Sachin Tendulkar का नाम भारतीय क्रिकेट की दुनिया में गूंजता है। उनकी उपलब्धियों और योगदान से पता चलता है कि वे भारतीय क्रिकेट के सर्वकालिक महानायक हैं। उनका खेल, जुनून और समर्पण ने क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
यह नाम हर भारतीय के दिल में गहरे उतर गया है। यह हमें गौरवान्वित करता है।

सचिन तेंदुलकर: भारतीय क्रिकेट के महानायक
सचिन तेंदुलकर, भारतीय क्रिकेट के महानायक, के बारे में जानें। उनकी निजी और अंतर्राष्ट्रीय कैरियर को देखें।
निजी जानकारी
सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर है। उनके पिता ने उनका नाम सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा। सचिन एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार से हैं।
अंतरराष्ट्रीय कैरियर
सचिन ने 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला। 18 March 2012 को उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना अंतिम वनडे मैच खेला। उनके अविश्वसनीय कैरियर में कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाए।
- सचिन तेंदुलकर ने 34,357 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है।
- उन्होंने 200 टेस्ट मैच खेलकर सर्वाधिक टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड स्थापित किया है।
- सचिन ने 463 वनडे मैच खेलकर सर्वाधिक वनडे मैच खेलने का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।
“सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट का ‘नया भगवान’ हैं, जिन्होंने अपने अविश्वसनीय प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।”

सचिन तेंदुलकर
Sachin Tendulkar को “क्रिकेट का भगवान” और “मास्टर ब्लास्टर” के नाम से जाना जाता है। वह दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं। उनकी क्रिकेट की यात्रा 14 साल की उम्र में शुरू हुई थी।
उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनकर अपनी प्रतिभा दिखाई।
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के इतिहास में कई अविस्मरणीय रिकॉर्ड बनाए हैं। 1998 में, उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में 1,894 रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया।
1999 में, उन्होंने राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली को पीछे छोड़ते हुए 1,761 और 1,767 रन बनाए।
हालांकि, 2023 में शुभमन गिल ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया। गिल ने 29 एकदिवसीय मैचों में 1,584 रन बनाए। लेकिन सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड अभी भी अक्षुण्ण है।
उन्होंने 26 साल तक एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड कायम रखा।
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए।
उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा गया है।
“मैं क्रिकेट को जीवन का हिस्सा मानता हूं। मैंने क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है।”

Sachin Tendulkar ने अपने लंबे और सफल क्रिकेट कैरियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं। वह क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं।
उन्हें टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी माना जाता है।
सर्वाधिक शतक
क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी। उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में सर्वाधिक शतक बनाए। उनके शानदार कैरियर में टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक हैं। यह क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक है।
टेस्ट और वनडे शतक
Sachin Tendulkar ने अपने करियर में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए। यह क्रिकेट के इतिहास में एक अनोखा कीर्तिमान है। उन्होंने जैक कैलिस को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 45 शतक बनाए। रिकी पोंटिंग तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 41 शतक लगाए।
तेंदुलकर की उपलब्धि उनकी प्रतिभा और मेहनत का परिचायक है। वह एक महान बल्लेबाज और प्रेरणा हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
सर्वाधिक रन
भारतीय क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन और वनडे क्रिकेट में 18,426 रन बनाकर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है।
टेस्ट क्रिकेट रन
सचिन तेंदुलकर ने कुल 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए, जिसका औसत 53.79 रहा। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक और 68 अर्धशतक भी बनाए।
वनडे क्रिकेट रन
एकदिवसीय क्रिकेट में सचिन ने 463 मैचों में 18,426 रन बनाए, जिसका उनका औसत 44.83 रहा। उन्होंने वनडे मैचों में 49 शतक और 96 अर्धशतक का रिकॉर्ड बनाया।
कुल मिलाकर सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 34,347 रन बनाए, जो क्रिकेट इतिहास का एक नया मील का पत्थर है। यह एक अविश्वसनीय उपलब्धि है जिसे तोड़ना लगभग असंभव प्रतीत होता है।
“सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 34,347 रन बनाकर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है।”
शुरुआती दिन
Sachin Tendulkar का क्रिकेट के प्रति प्यार बहुत गहरा था। १४ साल की उम्र में ही उन्होंने Cricket खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने मुंबई के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला।
उनके बड़े भाई अजीत ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। अजीत ने उन्हें मार्गदर्शन भी दिया।
मुंबई मेट्रो क्रिकेट
सचिन ने १४ साल की उम्र में ही Cricket खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने सचिन का होम ग्राउंड क्या है? मुंबई के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला।
वह एक प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर थे। उन्होंने मुंबई मेट्रो क्रिकेट में अपनी प्रतिभा दिखाई।
सचिन ने कब क्रिकेट खेलना शुरू किया ? वे १४ साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर चुके थे। उन्हें क्रिकेट में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला।
वे मुंबई मेट्रो क्रिकेट में अपने कौशल को विकसित करने लगे।
“मेरे बड़े भाई अजीत ने मुझे क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मेरी मदद की और मुझे मार्गदर्शन प्रदान किया।”
सचिन तेंदुलकर की क्रिकेट यात्रा मुंबई मेट्रो क्रिकेट से शुरू हुई। वह एक प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर थे। उन्होंने मुंबई के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला।
उनके बड़े भाई अजीत ने उन्हें क्रिकेट में प्रोत्साहित किया। अजीत ने उन्हें मार्गदर्शन भी दिया।
सम्मान और उपलब्धियां
सचिन तेंदुलकर को उनके असाधारण कैरियर और भारतीय क्रिकेट के लिए उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया है।
उन्होंने 2003 विश्व कप में “Player of the Tournament” का खिताब भी जीता था। उनके प्रदर्शन की सराहना की गई। 2010 में “Wisden Leading Cricketer in the World” और आईसीसी “Sir Garfield Sobers Trophy for Cricketer of the Year” से भी उन्हें सम्मानित किया गया।
उन्हें 1999 में पद्मश्री, 1994 में अर्जुन पुरस्कार, 2008 में पद्म विभूषण और 2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। तीन बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट XI में और तीन बार आईसीसी वर्ल्ड वनडे XI में भी उन्हें चुना गया।
सचिन तेंदुलकर ने कई महत्वपूर्ण कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं। उन्होंने सर्वाधिक टेस्ट मैच (198), सर्वाधिक वनडे मैच (463), सर्वाधिक टेस्ट रन (15,837), और सर्वाधिक वनडे रन (18,426) का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने सर्वाधिक टेस्ट शतक (51) और सर्वाधिक वनडे शतक (49) भी बनाए।
इन उपलब्धियों और पुरस्कारों ने सचिन तेंदुलकर को भारतीय Cricket के महानायक के रूप में स्थापित किया है। उन्हें एक असाधारण खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है।
व्यक्तिगत जीवन
परिवार की जानकारी
सचिन तेंदुलकर का जन्म राजापुर, महाराष्ट्र में एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता रमेश तेंदुलकर एक शिक्षक थे। उनके एक बड़े भाई अजीत तेंदुलकर और एक छोटे भाई नितिन तेंदुलकर हैं।
सचिन ने 24 मई 1995 को डॉ. अंजलि महेता से शादी की। उनके दो बच्चे हैं – बेटी सारा और बेटा अर्जुन।
विवरण | जानकारी |
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जन्म स्थान | राजापुर, महाराष्ट्र |
माता-पिता | रमेश तेंदुलकर (पिता), अनिता तेंदुलकर (माता) |
भाई | अजीत तेंदुलकर (बड़ा भाई), नितिन तेंदुलकर (छोटा भाई) |
पत्नी | डॉ. अंजलि महेता |
बच्चे | सारा तेंदुलकर (बेटी), अर्जुन तेंदुलकर (बेटा) |
सचिन तेंदुलकर का परिवार एक सार्वत ब्राह्मण परिवार था। उनके पिता एक शिक्षक थे। उनके दो भाई हैं।
उन्होंने 1995 में डॉ. अंजलि महेता से शादी की। उनके दो बच्चे हैं – सारा और अर्जुन।
“परिवार मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। यह मेरे जीवन का केंद्र है और मेरी शक्ति का स्रोत है।”
– सचिन तेंदुलकर
खेल शैली विश्लेषण
बल्लेबाज़ी शैली
सचिन तेंदुलकर दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन वे बाएं हाथ से लिखते हैं। उनकी बल्लेबाजी शैली उनके शानदार संतुलन और नियंत्रण पर आधारित है। वे गेंद पर शानदार समय देते हैं और गेंदबाजों के सामने खेलने के लिए जानेमाने हैं। उनका प्रभावशाली बैट स्विंग और उनका विशाल रिपर्टोरी शॉट उन्हें क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक बनाते हैं।
गेंदबाज़ी शैली
सचिन तेंदुलकर को तेज गेंदबाजी में कमजोर माना जाता है, लेकिन वह मध्यम गति, लेग स्पिन और ऑफ स्पिन गेंदबाजी में प्रखर हैं। उन्होंने अपनी गेंदबाजी में अच्छे आर्थिक संयम का प्रदर्शन किया है और ऑफ स्पिन और लेग स्पिन गेंदबाजी में उनकी क्षमता ने उन्हें अपने करियर में कई महत्वपूर्ण विकेट दिलाए हैं।
प्रदर्शन सांख्यिकी | सचिन तेंदुलकर | ब्रायन लारा |
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अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | 1989 में 16 वर्ष की आयु में | 1990 में 20 वर्ष की आयु में |
शतक | 100 शतक (सर्वाधिक) | 34 शतक |
वनडे रन | 18,426 रन (सर्वाधिक) | 10,405 रन |
अधिकतम व्यक्तिगत स्कोर | 200 रन (वनडे में) | 400 रन (टेस्ट में) |
“सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, जबकि ब्रायन लारा को क्रिकेट का रॉक स्टार कहा जाता था।”
सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा, दोनों ही Cricket के महान बल्लेबाज रहे हैं। हालांकि, उनकी बल्लेबाजी शैलियों में कुछ भिन्नताएं देखी गई हैं। जबकि सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी में तकनीकी सही नियंत्रण और स्थिरता थी, ब्रायन लारा की बल्लेबाजी में नवीनता, कला और अप्रत्याशितता थी। इन दोनों दिग्गजों ने क्रिकेट जगत को कई यादगार पलों से नवाजा है।
क्रिकेट और बाद
क्रिकेट के महासागर से बाहर निकलकर, सचिन तेंदुलकर ने राजनीति में भी अपनी पैठ बनाई। उन्हें 2012 में राज्यसभा का सदस्य नियुक्त किया गया। लेकिन, वे राजनीति में ज्यादा समय नहीं बिताए और अपना ध्यान क्रिकेट और सामाजिक कार्यों पर केंद्रित रखा।
राजनीतिक कैरियर
सचिन तेंदुलकर ने 2012 में राज्यसभा का सदस्य बनकर राजनीति में प्रवेश किया। उनका विश्वास था कि वे क्रिकेट के माध्यम से देश की सेवा करते हुए, राजनीति में भी योगदान दे सकते हैं। लेकिन, वे राजनीति में ज्यादा समय नहीं बिताए और अपना अधिकांश समय क्रिकेट और सामाजिक कार्यों पर लगाया।
सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा का सदस्य नियुक्त किया गया था। लेकिन, वे इस भूमिका में ज्यादा समय तक नहीं रहे। उन्होंने राजनीति को अपने क्रिकेट करियर के बाद की गतिविधियों में से एक के रूप में देखा, लेकिन इसमें उनकी दिलचस्पी कम थी।
क्या सचिन तेंदुलकर राजनीति में गए या नहीं, यह एक विवादित मुद्दा है। उन्होंने क्रिकेट के बाद राज्यसभा का सदस्य बनकर राजनीतिक जगत में कदम रखा। लेकिन, वे इस क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे और अधिकांश समय क्रिकेट और सामाजिक कार्यों पर ही केंद्रित रहा।
फिल्म सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स
सचिन तेंदुलकर की जीवनी पर आधारित “सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स” बायोपिक फिल्म बनाई गई है। यह फिल्म सचिन के जीवन और क्रिकेट करियर की कहानी को दिखाती है। जेम्स अर्सकिन ने इसे निर्देशित किया है, जबकि श्रीकांत भासी और रवि भगचंदका ने उत्पादन किया है।
“सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स” की लंबाई 120 मिनट है। यह 2016 में रिलीज़ हुई थी। भारतीय बॉक्स ऑफ़िस पर, यह फिल्म 30 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। यह हिंदी भाषा में बनाई गई थी।
महाराष्ट्र में इसे टैक्स फ्री कर दिया गया था। ओडिशा, केरल और छत्तीसगढ़ में पहले से ही टैक्स फ्री घोषित किया गया था। फिल्म की स्क्रीनिंग में भारतीय क्रिकेट टीम और बॉलीवुड हस्तियां शामिल थीं।
जेम्स इरसकिन ने इस फिल्म को लिखा और निर्देशित किया है। यह फिल्म सचिन तेंदुलकर के जीवन और करियर को रोचक और प्रेरणादायक तरीके से दिखाती है।
“यह फिल्म सचिन तेंदुलकर के जीवन और क्रिकेट करियर की कहानी को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है।”
रोचक तथ्य
सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट के महानायक हैं। उनके जीवन में कई रोचक तथ्य हैं। सचिन तेंदुलकर राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले पहले सक्रिय क्रिकेटर हैं।
वह 1995 में सबसे अमीर क्रिकेटर बन गए थे। उन्होंने वर्ल्ड टेल के साथ 31.5 करोड़ रुपये का करार किया था।
सचिन तेंदुलकर को परफ्यूम और घड़ियां जमा करने का शौक है। वे थर्ड अंपायर द्वारा आउट दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज हैं।
उन्होंने अपना 50वां टेस्ट शतक लगाते हुए अपना मनपसंद वैंपायर का बैट इस्तेमाल किया था।
एक और रोचक तथ्य है कि सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 11000 रन बनाए हैं और 40 विकेट लिए हैं।
वह टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 194 टेस्ट और 320 पारियां खेली हैं।
इन तथ्यों के अलावा, सचिन तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जड़े हैं।
उन्होंने अपना पहला अर्धशतक 16 वर्ष की उम्र में ही लगाया था। 23 वर्ष की उम्र में वह भारतीय टीम के कप्तान बन गए थे।
सचिन तेंदुलकर ने 185 वनडे मैचों में लगातार क्रिकेट खेला है। यह एक रिकॉर्ड है।
वह 200 बच्चों के लिए एक गैर-सरकारी संगठन “अपनालय” का संचालन भी करते हैं।
“सचिन तेंदुलकर एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो न केवल अपने खेल से बल्कि अपने व्यक्तित्व और विनम्रता से भी सभी को प्रभावित करते हैं।”
इन तथ्यों से साफ होता है कि सचिन तेंदुलकर भारतीय Cricket के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उनके जीवन में कई अद्भुत और अनूठे पहलू हैं।
निष्कर्ष
सचिन तेंदुलकर Cricket के इतिहास में एक महान खिलाड़ी हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने क्रिकेट जगत पर गहरा प्रभाव डाला है। सचिन तेंदुलकर सारांश देखकर, यह स्पष्ट है कि वे भारतीय क्रिकेट के महानायक हैं। उनकी उपलब्धियां और रिकॉर्ड्स अद्वितीय हैं। उनकी जीवनी फिल्म “सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स” उनके योगदान को और भी प्रमुख बनाती है।
सचिन तेंदुलकर सारांश को देखकर, यह स्पष्ट है कि वे Cricket के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ गए हैं। उनके प्रदर्शन ने उन्हें भारत के “सच्चे महानायक” बनाया है। उनका करियर और योगदान को देखकर, वे क्रिकेट जगत में हमेशा याद रहेंगे।
सचिन तेंदुलकर सारांश से यह स्पष्ट है कि वे भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ी हैं। उनकी उपलब्धियों और खेल को देखकर, वे क्रिकेट के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ जाएंगे।
FAQ
क्या सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट के महानायक माना जाता है?
हाँ, सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट के सर्वकालिक महानायक माना जाता है। उन्होंने शुरुआती दौर में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं।
सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम क्या है और उनका धर्म क्या है?
सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर है। वे एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार से आते हैं।
सचिन तेंदुलकर के किन नामों से जाने जाते हैं?
सचिन तेंदुलकर को “क्रिकेट का भगवान” और “मास्टर ब्लास्टर” के नामों से जाना जाता है।
सचिन तेंदुलकर ने किस उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था?
सचिन तेंदुलकर ने 14 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
सचिन तेंदुलकर के कितने टेस्ट और वनडे शतक हैं?
सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक और वनडे में 49 शतक बनाए हैं। यह क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक है।
सचिन तेंदुलकर ने कितने रन बनाए हैं?
सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन और वनडे क्रिकेट में 18,426 रन बनाए हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 34,347 रन बनाए हैं।
सचिन तेंदुलकर को किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है?
सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न, राजीव गांधी खेल रत्न और पद्म विभूषण जैसे भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
सचिन तेंदुलकर की कौन-कौन सी खास विशेषताएं हैं?
सचिन तेंदुलकर दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं लेकिन वे बाएं हाथ से लिखते हैं। उनकी बल्लेबाजी शैली उनके शानदार संतुलन और नियंत्रण पर आधारित है। गेंदबाजी में मध्यम गति, लेग स्पिन और ऑफ स्पिन उनकी मजबूत क्षमताएं हैं।
क्या सचिन तेंदुलकर ने राजनीति में भी कदम रखा?
हाँ, सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के बाद राजनीति में भी कदम रखा। उन्हें 2012 में राज्यसभा का सदस्य नियुक्त किया गया था। हालांकि, वे राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे।
सचिन तेंदुलकर पर आधारित कौन-सी फिल्म बनाई गई है?
सचिन तेंदुलकर की जीवनी पर आधारित एक बायोपिक फिल्म “सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स” बनाई गई है। यह फिल्म सचिन तेंदुलकर के जीवन और क्रिकेट करियर की कहानी को प्रस्तुत करती है।
सचिन तेंदुलकर के बारे में कुछ रोचक तथ्य क्या हैं?
सचिन तेंदुलकर के कोच उनके लिए एक रुपये का सिक्का रखते थे। जो गेंदबाज उन्हें आउट कर देता था, वह सिक्का उसका हो जाता था। उन्होंने एक स्कूल मैच में विनोद कांबली के साथ 664 रनों की अविजित साझेदारी की थी। वह 200 बच्चों के लिए एक गैर-सरकारी संगठन “अपनालय” का संचालन भी करते हैं।